अंकिता मिश्रा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ आर्ट्स में स्नातक और मास कम्युनिकेशन में डिप्लोमा किया है। इन्होंने वर्ष 2015 में लेखन क्षेत्र में कदम रखा और विभिन्न मुद्दों पर लिखना शुरू किया। धीरे… more
किसी राज्य में एक बहुत ही बलवान राजा का राज चलता था। उसकी रानी भी बहुत सुंदर और समझदार थी। राजा-रानी को एक पुत्र था। दोनों मे अपने पुत्र के पालन-पोषण से लेकर, उसकी शिक्षा-दीक्षा में किसी तरह की कोई कमी नहीं होने दी थी।
राजुकमार भी बहुत सुंदर था। उसका व्यवहार विनम्र था और वह हर से एक सुयोग्य पुत्र व राजकुमार था। कई पड़ोसी राज्यों के राजा राजकुमार से अपनी पुत्रियों का विवाह कराना चाहते थें। उन्होंने राजा-रानी के पास विवाह के लिए प्रस्ताव भी भेजे थें। वहीं, राजा-रानी चाहते थे कि उनके राजकुमार का विवाह किसी सुंदर, समझदार और संवेदनशील जैसी राजकुमारी से ही हो, जो हर तरह से उनके पुत्र के लिए योग्य हो।
राजा ने अपने राजकुमार को उन राज्यों में भेजा, जहां से उसके लिए विवाह के प्रस्ताव आए थे। राजा चाहते थे कि राजकुमार खुद उन राजकुमारियों से मिलें, उन्हें समझें और अपने लिए एक सुयोग्य पत्नी का चुनाव करें। राजकुमार ने भी अपने पिता की बात मान ली। वो कई अलग-अलग राज्यों में गया वहां के लोगों और राजकुमारियों से मिला, लेकिन फिर भी उसे सभी राजकुमारी में कुछ न कुछ कमी मिल जाती थी।
कुछ ही दिनों में राजकुमार वापस अपने महल आ गया। वह उदास था। मन ही मन सोच रहा था कि शायद उसके भाग्य में पत्नि का सुख नहीं है। यही सोचकर उसने शादी से मना कर दिया और राज्य के काम में मन लगाने लगा।
एक शाम बहुत तेज बारिश हो रही थी। तभी राजमहल के दरवाजे पर एक लड़की आई। उसके कपड़े बारिश की वजह से भीग गए थे। उसके बाल बिखरे हुए थे। वह पूरी तरह से अस्त-व्यस्त नदर आ रही थी।
उसने दरवाजे पर खड़ें सैनिकों को बताया कि वह एक पड़ोसी राज्य की राजकुमारी है, जो बारिश की वजह से यहां पर फंस कई है। ऐसे मौसम में वह अपने अपने महल नहीं जा सकती है, इसलिए वह यहां पर शरण लेने के लिए आई हुई है।
लेकिन, उस लड़की की हालत देखकर उन्हें यकीन नहीं हो रहा था कि वह कोई राजकुमारी है। उन्होंने राजा-रानी को उस लड़की बात बताई। रानी ने उसे महल में शरण दे दी, लेकिन उसकी बात कितनी सच है यह जानने के लिए रानी ने उसकी परीक्षा लेने की योजना बनाई।
रानी ने उस लड़की के सोने के लिए एक पलंग सजाया। जिस पर 20 मुलायम गद्दे बिछाए। फिर उसके ऊपर से एक रेशम की चादर बिछा दी। रानी ने बड़ी ही चतुराई से उस रेशमी चादर और 20 गद्दों के नीचे एक मटर का दाना भी रख दिया और फिर उसी बिस्तर पर लड़की को सोने के लिए कहा।
अगले दिन जैसे ही वह लड़की अपने सोने के कमरे से बाहर आई, तो रानी ने बड़ी ही बेसब्री से उससे पूछा कि उसे रात में नींद कैसी आई। इस पर उस लड़की ने कहां वह पूरी रात नहीं सो पाई। उसे उसके बिस्तर पर कुछ चुभ रहा था।
यह सुनकर रानी को यकीन हो गया कि वह लड़की सच कह रही है। वह कोई राजकुमारी है। तभी उसे बीस गद्दों के नीचे रखा एक मटर का दाना भी चुभ रहा था और वह बहुत ही संवेदनशील राजकुमारी भी है। रानी ने उसी वक्त उस राजकुमारी से अपने राजकुमार के विवाह का निर्णय कर लिया।
राजा-रानी खुद उस राजकुमारी को उसके राज्य में छोड़ गए और वहां पर जाकर उन्होंने उसके राज पिता से शादी का प्रस्ताव भी रखा। उस राजकुमारी व उसके पिता ने उसे स्वीकार कर लिया और राजकुमार और राजकुमारी का विवाह करवा दिया गया।
कहानी से सीख
किसी व्यक्ति को किस तहह की परवरिश मिली है, इसकी झलक उसका व्यवहार साफ बताता है।